poem

आया नवरात्रि का शुभ अवसर
मिला है नारी को शक्ति दिखाने का अवसर |
जितना परेशान करा है,
 नारी को पुरुषो ने |
आज मिला है, अवसर बदला लेने का
 समय पर ऑफिस भेजने के लिए
कमर टूटी महिलाओं  की ,
समय पर चाय देने के लिए
जो नींद खोई है ,महिलाओं ने
आज  मिला है,अवसर
पुरुषो से काम लेने का |

 निवेदन हैं मेरा महिलाओं  से
मत गवाना इस अवसर को |
कामवाली की छुट्टी कर दो
पतियों को काम पर लगा दो
झाड़ू पोंछा , बर्तन, कपड़े का काम दे दो

और जो बात न माने
तो घर से बाहर भेज दो
जब कमर तुडवाके घर को वापिस आये
तो खाना बनाने का भी काम दे दो | 


जितना परेशान पति ने किया है
आज मिला  है, अवसर हमको भी
जितने राज दिल में छुपा कर रखे है
आज मिला है अवसर
 वो राज निकलवाने का |
21 दिन मत करना अपना
और अपने पति का कोई काम
सिर्फ काम करवाना है पति से |


इस नवरात्रि के  शुभ अवसर पर
 नारीशक्ति दिखा दो सबकों |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *