poem
बेटी बचाओं (दोपहर की कड़कती धूप में)
नवजात बेटी का सवाल :- दोपहर की कड़कती धूप में रात के अंधेरे में सुनसान सड़क पर काँटे भरी झाड़ियो क्यों
Read moreबेटी की मन की आवाज
माँ मुझे आराम करना हैं|“स्कूल क्लास , पढ़ाई से थक कर बेटी ने माँ से कहा “अरी बिटिया अच्छी पढ़ाई
Read moreक्षमता हैं मुझमें जन्म से
जलालुद्दीन मोहम्मद रूमी (1207 -1273 ) तेरहवीं सदी के सूफी फ़ारसी कवि थे ,जिन्हें अधिकतर रूमी के नाम से
Read moreतैर रहा था मैं
तैर रहा था मैं , वह था सागर
Read moreआया नवरात्रि का शुभ अवसरमिला है नारी को शक्ति दिखाने का अवसर |जितना परेशान करा है, नारी को पुरुषो ने |आज
Read moreयह समय है,अपनी सोच और समझदारी दिखाने का |यह समय है,भय और नकारात्मक ऊर्जा को निकालने कायह समय है,सकारत्मक ऊर्जा
Read moreसबको अपने बच्चे ,
सबको अपने बच्चे , सबसे प्यारे सबसे न्यारे लगते है, अपनी जान से ज़्यादा प्यारे होते है | दिन –
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