क्षमता हैं मुझमें जन्म से
जलालुद्दीन मोहम्मद रूमी (1207 -1273 ) तेरहवीं सदी के सूफी फ़ारसी कवि थे ,जिन्हें अधिकतर रूमी के नाम से
Read moreजलालुद्दीन मोहम्मद रूमी (1207 -1273 ) तेरहवीं सदी के सूफी फ़ारसी कवि थे ,जिन्हें अधिकतर रूमी के नाम से
Read moreतैर रहा था मैं , वह था सागर
Read moreआया नवरात्रि का शुभ अवसरमिला है नारी को शक्ति दिखाने का अवसर |जितना परेशान करा है, नारी को पुरुषो ने |आज
Read moreयह समय है,अपनी सोच और समझदारी दिखाने का |यह समय है,भय और नकारात्मक ऊर्जा को निकालने कायह समय है,सकारत्मक ऊर्जा
Read moreसबको अपने बच्चे ,सबसे प्यारे सबसे न्यारेलगते है,अपनी जान से ज़्यादा प्यारे होते है |
Read moreअब तो इन हवाओं से भी डर लगने लगा है घूम रहे है दु :शासन चारों ओरकौरवो का खेल चल रहा
Read moreमाँ तू भी है , माँ वो भी है फिर माँ जैसा प्यार क्यों तुझसे नहीं पाती हूँ | हर तकलीफ में साथ
Read moreजिंदगी में दुःख कितने भी आए पर वो बचपन की हँसी साथ लेकर चलूँगी ” मैं “भविष्य कितना भी धुंधला दिखें वर्तमान
Read moreबचपन से चुल – बुली
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