Self Awareness

Thought (संत कबीर के दोहे – ऐसी वाणी बोलिये)

ये दोहा तो दुनिया से कहीं खो गया हैं | जो हमें हमेशा मीठा,अच्छा बोलने के लिए प्रेरित करता हैं आज की युवा पीढ़ी तो मीठा बोलना तो भूल ही गई | किसी लोगो के जबान पर बिना बजह की गालियां निकलती किसी से बात करते समय किसी तीसरे इंसान के बारे में बिना गाली के बात ही नही करते है | गाली देते समय यह भी नहीं देखते की आस – पास बच्चे हैं, उनके दिल दिमाग पर क्या असर पड़ेगा | बचपन में उनको अच्छे संस्कार नहीं देते बाद में उनको दोषी करार करते हो
बिना किसी कारण ही गाली से बात करते हो
अरे ! आप प्यार मीठे शब्द निकालोगे, तभी तो आपके बच्चे और आपके आस – पास के लोग आपसे कुछ अच्छा सीखेंगे |उनकी आँखो में आपके लिए सम्मान और प्यार बढ़ेगा |

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