poem

बेटी की मन की आवाज

माँ मुझे आराम करना हैं|
“स्कूल क्लास , पढ़ाई से थक कर बेटी ने माँ से कहा “
अरी बिटिया अच्छी पढ़ाई कर,बाद में आराम ही तो करना हैं |
बिटिया उठी, पढ़ने बैठी और फिर आराम करना तो रह ही गया “

माँ मुझे थोड़ा समय दो, दो घड़ी आराम कर लू |
ऑफिस से थक कर आयी बिटिया ने कहा … मैं थक गई हूँ |
अरी शादी कर ले और सेटल हो जा, फिर आराम ही करना है |
बिटिया शादी के लिये तैयार हो गई और … फिर आराम करना तो रह ही गया |
अरे इतनी क्या जल्दी है ,एकाध साल रुकते हैं ना
अरे समय के साथ बच्चे हो , तो टेंशन नहीं फिर आराम ही आराम हैं
बिटिया माँ बन गई और आराम करना तो रह ही गया |
तुम माँ हो तुम्हें ही बच्चे के साथ जागना पड़ेगा ,
मुझे सुबह ऑफिस जाना है , बस थोड़े दिन बच्चे बडे हो जाए फिर
आराम ही आराम है |

वो बच्चों के लिए कई रातें जागी ओर आराम करना तो रह ही गया
सुनो जी बच्चे अब स्कूल जाने लगे, अब तो दो घड़ी बैठने दो आराम से
बच्चों की तरफ ध्यान दो , उनको पढ़ा लो फिर आराम ही आराम है |
बच्चों का प्रोजेक्ट बनाने बैठी और आराम करना तो रह ही गया |

बच्चे पढ़ लिख कर अपने पैरों पर खड़े हो गए, अब कुछ आराम कर लू “
अब बच्चो की शादी करनी हैं , ये जिम्मेदारी पार पडे फिर आराम ही आराम |
उसने हिम्मत जुटाई बच्चों की शादी कर काम निपटाया और फिर आराम करना तो रह ही गया |

बच्चों का अपना संसार चलने लगा अब मेँ जरा आराम कर लू |
अरी अब अपनी बिटिया माँ बनने वाली है , पहला बच्चा मायके में होगा ना चलो तैयारी करें |
हमारी बिटिया की डिलीवरी हो गई और आराम करना रह ही गया |
चलो ये जिम्मेदारी भी पुरी हुई, अब आराम
माँ मुझे नौकरी पर वापस जाना होगा तो आप बच्चे को सम्भाल लेगी ना ?
नाती के पीछे दौड़ते -दौड़ते थक गई और आराम करना रह ही गया |
चलो नाती भी बड़ा हो गया अब सारी जिम्मेदारी खत्म अब में आराम करुँगी |
अरी सुनती हो , गुठने दुःख रहे है मुझसे उठा नहीं जा रहा है। … BPभी बढ गया हैं , डायबिटीस है सो अगल|
डॉक्टर ने आराम करने को कहा हैं |

अब बचा- खुचा जीवन पति की सेवा में गुजर गया |
एक दिन भगवन खुद धरती पर आए और कहा आराम करना है ना तुझे ?
उसने हाथ जोड़े और भगवान उसे ले गए
आखिरकार उसे आराम मिल ही गया हमेशा के लिए |

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