Success Story – क्रिस्टियानो रोनाल्डो, फुटबॉलर (हाल ही में दुनिया के हाईएस्ट पेड एथलीट घोषित हुए हैं।)
चाहे जितना टैलेंट हो, यदि अनुशासित नहीं हैं तो वह आगे नहीं ले जा पाएगा |

मैं अपने प्रोफेशन में सबसे अच्छा बने रहना चाहता हूं। अगर हम ऐसा नहीं सोचते, तो हम कुछ भी नहीं जीत पाएंगे। हमें यह सोचना होगा और यह पहचानना होगा कि हम किस क्षेत्र में सबसे अच्छे हैं। लेकिन सबसे खास बात है, अपने काम के प्रति समर्पित रहना। कड़ी मेहनत और समर्पण से सबकुछ सुधर सकता है। हर दिन एक नई चुनौती आती है। चाहे आपके पास कितना भी नेचरल टैलेंट क्यों ना हो, अगर आप अनुशासित नहीं हैं, तो वह आपको ज्यादा आगे नहीं ले जा पाएगा। अपनी ताकतों की पहचान बेहद अहम है और उन्हें बनाए रखने के उपाय भी आना जरूरी हैं। जिंदगी दरअसल सरप्राइज का एक बॉक्स है और यह कतई आसान नहीं है। कई बार आप अपने जीवन के लिए कुछ प्लान करते हैं, लेकिन जैसा कि मैंने कई बार कहा है, जीवन गतिशील होता है और आप कभी नहीं जान सकते कि उसने आपके लिए क्या प्लान किया है। । हर सरप्राइज के लिए, आपको हर स्तर पर खुद को मोटिवेटेड रखने और खुद को झोंकते रहने की जरूरत होती है। शुरुआत में मेरे लिए यह खेल सिर्फ मजे का एक तरीका था, लेकिन बाद में यह एक नौकरी, एक करियर बन गया और इसके साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आ गई। अब भी यह मजेदार है, लेकिन फर्क यह है कि अब हमारे पास लक्ष्य हैं। एक समय ऐसा आता है जब आप खुद को चुनौती देते हैं। ऐसा तब होता है जब आपको किसी और को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं होती। लेकिन आपको खुद को साबित करते रहना पड़ता है। लोग कह सकते हैं कि मैंने सब कुछ जीत लिया है और अब मुझे कोई लक्ष्य बनाने की जरूरत नहीं है या शायद मैं कम मेहनत कर सकता हूं। लेकिन आपको आगे बढ़ते रहना होता है, अपको महत्वाकांक्षी बने रहना होता है। हमें हमेशा ही यह सोचना चाहिए कि अपने काम में हम बेस्ट हैं। मैं खुद को मोटिवेट करने में कोई कसर नहीं छोड़ता। में अक्सर कहता हूं कि मुझे लगता है मैं अब तक का सबसे संपूर्ण खिलाड़ी हूं। मेरी राय में, मैं ही सबसे बेहतरीन हैं। में फुटबॉल में हर चीज अच्छे से करता हूं-हेडर, फ्री किक, बाएं पैर से खेलना। में तेज हूं, मैं ताकतवर हूं। सच कहूं तो मैंने आज तक खुद से बेहतर कोई नहीं देखा और में यह दिल से कहता हूं। में खुद को अनुकूलित करता हूं और समझदार है अपनी ताकत और अपनी खुबियों क जानता हूं। मैं अब भी ऊंचे स्तर पर खेन रहा हूं। गोल करता हूं और आगे भी कर रहूंगा, लेकिन तभी जब मेरा दिमाग बे स्पष्ट और खुश रहेगा।
खेलते रहने की इच्छा को सबसे ऊपर रखता हूं
मैं अपना सारा समय केवल ट्रेनिंग में नहीं लगाता, लेकिन मैं ऐसी चीजें करता हूं जिनसे मैं खुद में सुधार कर सकूं, ताकि मैं ज्यादा उम्र तक ऊंचे स्तर पर खेलता रह सकूं। इसका मतलब है कि आपको बहुत-सी दूसरी चीजों को त्यागना पड़ता है। बहुत सारे लालच होते है और यह बहुते मुश्किल होता है। खासकर उस कल्चर में जिसमें हम रहते हैं। मेरे लिए मेरे खेलते रहने की इच्छा किसी भी लालच से बहुत ऊपर है।
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