poem

POEM IN HINDI- हर सुबह का वादा

-हर सुबह का वादा-

हर सुबह जब खुलें ये आँखें,
मन में एक उजियारा हो।
धन्य हूँ मैं, जीवित हूँ अब भी,
हर साँस में नया सहारा हो।

अनमोल है ये जीवन मेरा,
ना समय कोई गँवाना है।
हर पल को जीना है मुझको,
कुछ अच्छा कर दिखलाना है।

ना शिकवा हो, ना कोई अफसोस,
बस कर्म हो, और सच्चा जोश।
आज का दिन है वरदान मेरा,
मैं इसे नहीं गँवाऊँगा – ये है मेरा संकल्प सच्चा।

Leave a Reply