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समर्पणकड़ी मेहनत और दृढ़ता ” के साथ          
देश की बिटिया भावना अपनी मंजिल तक पहुँची 
भारतीय वायु सेना की शान 
सुखोई  फाइटर प्लेन्स उड़ायेगी 
अब भावना 
भावना कंठ: भारतीय वायु सेना की पहली महिला फाइटर पायलट से मिलिए
फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ लड़ाकू अभियानों की योग्यता हासिल करने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बन गई हैं
भावना कांत बिहार के बेगुसराय जिले की रहने वाली हैं। बिहार के लिए यह बड़े गर्व की बात है कि बिहार की बेटी पहली महिला फाइटर पायलट की लिस्ट में जुड़ गईं है। यह पहली बार है कि महिला को फाइटर प्लेन उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई। पहले फाइटर प्लेन के कॉकपिट में महिलाओं का बैठना वर्जित था।
भावना ने बताया कि महिलाओं के लिए फाइटर पायलट बनने का हमेशा से ही सही वक्त था लेकिन ये अभी पूरा हुआ हैजिसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं। उन्होंने बताया कि बचपन से ही मैं फाइटर पायलट बनना चाहतीं थी,मुझे परिवार का पूरा सपोर्ट मिला। घरवालों ने कभी ऐसा फील नहीं होने दिया कि मैं लड़की हूं इसलिए कुछ अलग नहीं सोच सकती।
बिहार के बेगूसराय की भावना कांत समेत तीन महिला पायलटों को एयरफोर्स एकेडमी में कड़ी ट्रेनिंग दी जा रही है। महिला दिवस पर एयरचीफ मार्शल अरुप राहा ने ऐलान किया है कि इसी साल 18 जून को भारत को महिला फाइटर प्लेन पायलट मिल जाएगीं।
बेगूसराय की भावना कांत के अलावा मध्यप्रदेश के रीवा की अवनी चतुर्वेदी और वडोदरा की मोहना सिंह देश को भी ट्रेनिंग दी जा रही है।ये तीन महिलाएं देश की पहली महिला फाइटर पायलट होगीं। पिछले साल अक्टूबर में सरकार ने महिलाओं को बतौर फाइटर पायलट वायूसेना में लेने की मंजूरी दी थी।
2400 किमी की रफ्तार से उड़ने वाले भारतीय वायु सेना की शान सुखोई को उड़ाने का मौका अभी तक देश के सबसे बेहतरीन पायलट्स को ही मिलता है। एयरफोर्स एकेडमी डुंडीगल में 120 कैडेट्स चुने गए थे। महिला कैटेड्स भी इन्हीं में शामिल थीं।पटना। भारतीय वायुसेना में अब तक महिला पायलट भारी ट्रांसपोर्ट विमान और हेलीकॉप्टर ही उड़ाती रही हैं लेकिन अब आप जल्द ही महिलाओं को भी सुखोई जैसे घातक फाइटर प्लेन्स उड़ाते हुए देखेंगे। इस साल 18 जून को देश की तीन पहली वुमन फाइटर पायलट अवनी चतुर्वेदीमोहना सिंह और भावना कांत फाइटर प्लेन्स को उड़ाती दिखें

भावना कंठ युद्धक अभियानों को अंजाम देने के लिए ऑपरेशनल सिलेबस खत्म करने वाली पहली महिला पायलट बन गई हैं
वह भारतीय वायुसेना के महिला लड़ाकू पायलटों के पहले बैच से हैंजो जुलाई 2016 में बल में शामिल हुई थीं
भवानी नवंबर 2017 में लड़ाकू स्क्वाड्रन में शामिल हुईं और पिछले साल मार्च में मिग –21 बाइसन पर पहला एकल उड़ान भरी
फ़्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ भारतीय वायु सेना की पहली महिला पायलट बन गई हैंजिन्होंने फाइटर जेट पर लड़ाकू मिशनों को अंजाम देने की योग्यता हासिल की है।
 मिग –21 बाइसन विमानों पर लड़ाकू अभियानों को अंजाम देने के लिए ऑपरेशनल सिलेबस पूरा किया।
भारतीय वायु सेना के आधिकारिक संभाल के अनुसारमिग –21 बाइसन विमान में डे ऑपरेशनल सिलेबस पूरा करकेअपनी लेफ्टिनेंट भावना कंठ ने डे कैपिटल सिलेबस को पूरा करते हुए अपनी टोपी में एक और पंख जोड़ा। #WomenPower के साथ ट्वीट किया गया।
वर्तमान मेंभावना बीकानेर में नाल बेस पर तैनात हैं
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसारएक बार जब वह रात के मिशन के लिए प्रशिक्षण पूरा कर लेती हैतो भावना कंठ को रात के ऑपरेशन करने की अनुमति दी जाएगी।
भावना नवंबर 2017 में लड़ाकू स्क्वाड्रन में शामिल हुईं और पिछले साल मार्च में मिग –21 बाइसन पर पहला एकल उड़ान भरी।
आईएएफ के प्रवक्ता कैप्टन अनुपम बनर्जी ने पीटीआई भाषा से कहा, “समर्पणकड़ी मेहनत और दृढ़ता के साथ वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारतीय वायुसेना की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं।”
वह भारतीय वायुसेना के महिला लड़ाकू पायलटों के पहले बैच से हैं।

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