72 वर्षीय वृद्ध सुखमति ,
ने लॉकडाउन में मदद करके ,
हमें मदद की नई परिभाषा दी है |
ने लॉकडाउन में मदद करके ,
हमें मदद की नई परिभाषा दी है |
बिलासपुर (छग.) की सुखमति मानिकपुरी अपने विशिष्ट दान के चलते चर्चा में हैं
72 वर्षीय वृद्ध अशक्त हैं ,
मजदूरी नहीं कर सकती , परिवार मे कोई कमाने वाला नहीं बचा ,
इसलिए भीख माँगकर गुजारा करती हैं | सहज सोचा जा सकता है कि लॉकडाउन में उन्हें सहायता की दरकार रहीं होंगी |
लेकिन नहीं !
मदद मांगने की बजाय सुखमति ने खुद मदद की |
जब उन्हें साधनहीन लोगों की दिक्क्तों का ख्याल आया ,
तो उन्होंने चावल ,दर्जनभर साड़िया और कुछ नकद धनराशि दान की |
जिसने सुना , हैरान रह गया |
सुखमति भले मजबूरी में भिक्षावृति करती हो ,
लेकिन जागरूक है |
अपनी 16 और 10 साल की पोतियों को नियमित शिक्षा दिला रहीं हैं |