राहों में मुश्किलें बहुत है
*** राहों में मुश्किलें बहुत है ,
फिर भी कही मंजिल की तलाश है |
चारों तरफ काँटे – ही – काँटे है ,
फिर भी कही फूल की तलाश है |
दुखो का समंदर है ,
फिर भी कही खुशी की तलाश है |
दिल में बहुत सारी इच्छायें ,
आँखों में बहुत सारे सपने है ,
कही ये टूटे न एक उम्मीद की तलाश है ***
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