चैतन्या वेंकटेश्वरन
दिल्ली की चैतन्या वेंकटेश्वरन बनीं एक दिन की ब्रिटेन की उच्चायुक्त
लैंगिक समानता की चुनौतियों पर बनाया था वीडियो
दिल्ली की चैतन्या वेंकटेश्वरन कि लिए इस साल अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस ( 11 अक्टूबर )
बेहद खास रहा | चैतन्या को एक. दिन के लिए भारत में ब्रिटेन की उच्चायुक्त बनने का मौका मिला |
ब्रिटेन के उच्चायोग ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि की | यह उच्चायोग 2017 से हर साल अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर ‘एक दिन का उच्चायुक्त ‘ स्पर्धा आयोजित करता है |
इसमें 18 से 23 साल की युवतीयं भाग ले सकती हैं | भारत में ब्रिटेन के कार्यवाहक उच्चायुक्त जैन थॉम्प्सन ने कहा कि इस साल प्रतिभागियों से सोशल मिडिया पर एक मिनट का वीडियो डालने को कहा गया था | इसमें उन्हें यह बताना था कि कोरोना संकट में लैगिंक समानता के लिए क्या वैशिवक चुनौतियां और अवसर हैं | उच्चायुक्त के रूप
में चैतन्या ने विभाग प्रमुखों के काम सौंपे | चैतन्या ने कहा – ‘ बचपन में नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश काउंसिल के पुस्तकालय जाती थी | तभी से सीखने की इच्छा पैदा हुई | एक दिन कि लिए ब्रिटेन की उच्चायुक्त बनना सुनहरा अवसर है | ‘
बेहद खास रहा | चैतन्या को एक. दिन के लिए भारत में ब्रिटेन की उच्चायुक्त बनने का मौका मिला |
ब्रिटेन के उच्चायोग ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि की | यह उच्चायोग 2017 से हर साल अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर ‘एक दिन का उच्चायुक्त ‘ स्पर्धा आयोजित करता है |
इसमें 18 से 23 साल की युवतीयं भाग ले सकती हैं | भारत में ब्रिटेन के कार्यवाहक उच्चायुक्त जैन थॉम्प्सन ने कहा कि इस साल प्रतिभागियों से सोशल मिडिया पर एक मिनट का वीडियो डालने को कहा गया था | इसमें उन्हें यह बताना था कि कोरोना संकट में लैगिंक समानता के लिए क्या वैशिवक चुनौतियां और अवसर हैं | उच्चायुक्त के रूप
में चैतन्या ने विभाग प्रमुखों के काम सौंपे | चैतन्या ने कहा – ‘ बचपन में नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश काउंसिल के पुस्तकालय जाती थी | तभी से सीखने की इच्छा पैदा हुई | एक दिन कि लिए ब्रिटेन की उच्चायुक्त बनना सुनहरा अवसर है | ‘
वेंकटेश्वरन ने भूमिका के लिए अपनी प्रविष्टि प्रस्तुत करने के लिए facebook का सहारा लिया। वीडियो, जिसे 12 सितंबर को प्रस्तुत किया गया था, COVID-19 की उम्र में लैंगिक समानता के लिए चुनौतियों और अवसरों के बारे में बात करता है।